Wednesday 16 September, 2009

My Birth Day



आश्विन कृष्ण त्रयोदशी के दिन 
नवरात्रा से तीन दिवस पहले |
श्वेत धवल वस्त्रयुत हो 
सोचा मैं भी जन्मदिवस मनाऊं||

मित्र किसी ने पूछा  मुझसे 
दिवस तो ऐसा हो जो सबको|
प्यारा लगे  और  याद रहे 
रक्खो फरवरी या सितम्बर ||
जो पंडिताऊ से दूर रहे 


केक वेक लाओ, काटो फिर  उसको
याद रहे दिन नहीं, वो निशा रहे |
पार्टी सार्टी साथ करेंगे
पैग वेग  भी कुछ  साथ रहे ||


तन्मयता से सुनकर बातें 
बोलूं क्या कुछ समझा नहीं |
बोला भाई मेरे सुन मिथिला मे
पूजा होती बस  संस्कृति की|| 


तात मात  से आशीष लेकर 
गुरुजन का संबल पाकर |
अध्यवसाय मे सतत युक्त हो 
अब सोचा मैं जन्मदिवस मनाऊं||

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